To view this video please enable JavaScript
मैं आत्म-आनंद में लिप्त हूं, परम लोमड़ी हूं। मेरा निजी स्थान मेरा खेल का मैदान है, जहां मैं अपने शरीर के हर इंच का पता लगाता हूं, तीव्र संवेदनाएं पहुंचाता हूं।.