शर्मीली छात्रा अपने सहपाठी को अपने मौसा के अपार्टमेंट में लुभाती है। जैसे ही वह अपने आकर्षण को प्रकट करती है, उनकी हिचकिचाहट फीकी पड़ जाती है। उनकी अंतरंग मुठभेड़ सामने आती है, जिससे उसकी तंग और उत्सुक प्रतिभा का पता चलता है, जो एक तीव्र चरमोत्कर्ष में समाप्त होती है।.
एक युवा सहपाठी अपने सहपाठी को परमानंद की कगार पर लाती है।.