एक उमस भरी सेक्रेटरी अपने बॉस का ध्यान आकर्षित करना चाहती है। उनके भावुक मुठभेड़ों से ऑफिस में आग लग जाती है। वह उत्सुकता से उसे खुश करती है, जिससे प्रलोभन और संतुष्टि में उसकी विशेषज्ञता का पता चलता है। उनका निषिद्ध संबंध गहरा हो जाता है, जिससे पेशेवर सीमाओं के लिए कोई जगह नहीं बची है।.