मासूम 18-वर्षीय भारतीय लड़की अपने बहुत बड़े सौतेले पिता, एक विशाल, अतृप्त इच्छा वाले व्यक्ति द्वारा बहकाया जाता है। उनकी तीव्र मुठभेड़ से उसकी भोलीपन का पता चलता है, लेकिन वह जल्द ही अपनी नई यौन वास्तविकता को गले लगाते हुए, खुशी के लिए आत्मसमर्पण कर देती है।.