मेरे दोस्त की गर्लफ्रेंड मेरी जीप में आत्म-आनंद में लिप्त है। वह एक ब्लोंड बॉम्बशेल है जो खुद को संभालना जानती है। जब तक वह परमानंद के कगार पर नहीं आती, तब तक उसके मीठे स्थान को सहलाते हुए देखें।.
एक तेजस्वी गोरी बॉम्बशेल अपने प्रेमी के स्पर्श के मादक आकर्षण के आगे झुक जाती है, जो अकेले रह जाती है। उसकी गोरी चमड़ी वाली, सुस्वादु आकृति को देखकर उसके भीतर एक जलती हुई इच्छा जागने लगती है। उसकी उंगलियां उसके कोमल उभारों पर नाचती हैं, उसके शरीर के हर इंच की अतृप्त भूख के साथ खोज करती हैं। जब वह अपनी खुशी की गहराई में डूबती है तो उसकी सांसें टकरा जाती हैं, प्रत्येक स्ट्रोक उसे परमानंद की किनारे के किनारे के करीब लाता है। उसकी अपनी ही कराहें की मादक सिम्फनी खाली जगह, उसके शरीर को शुद्ध आनंद के थ्रो में छटपटा देती है। यह एकल साहस कच्ची, बेलगाम छटपटी का एक वसीयतना था जो कच्ची यात्रा के भीतर खुद के जुनून में पाया जा सकता है, जो स्वयं की यात्रा, आत्म-अवलोकन और आत्म-संतुष्ट कंपनी के भीतर संतुष्टि के साथ समाप्त हो जाता है, जो अभी भी उसके शरीर को तृप्त कर देता है।.